मिथुन राशि (Aaj ka rashifal) : 31 जुलाई 2025

मिथुन राशि ग्रहों का प्रभाव ( Mithun Rashi Planetary Overview)   

मिथुन राशि आज 31 जुलाई 2025 चंद्रमा तुला राशि में 11:14 AM और चित्रा नक्षत्र (2nd–4th चरण) में गोचर करेगा — यह आपके पंचम भाव (रचनात्मकता, प्रेम, संतान, शिक्षा) को सक्रिय करेगा। वहीं, बुध वक्री और अस्त होकर कर्क राशि में द्वितीय भाव में स्थित है — इससे पारिवारिक बातचीत, वाणी और फाइनेंस पर प्रभाव पड़ सकता है। शनि वक्री दशम भाव में हैं, जो आपको करियर में धीमी लेकिन मजबूत दिशा देंगे — खासकर यदि आप धैर्य से काम लें। शुक्र ,गुरु आपकी राशि में है और प्रभाव डाल रहे है ।

Mithun Rashifal 31 july 2025 (मिथुन राशि)

मिथुन राशि दैनिक राशिफल (Mithun Rashi Dainik Rashifal)

आज का दिन रचनात्मक सोच और आत्म-अभिव्यक्ति के लिए अनुकूल है। संतान से संबंधित कोई जानकारी या बातचीत आपका ध्यान खींच सकती है। दोपहर के बाद मूड हल्का होगा और आप किसी रुचिकर (enjoyable) चीज़ में मन लगा पाएंगे। कुछ पुरानी अधूरी बातें भी आज मन में लौट आना संभव है।

मिथुन करियर राशिफल (Mithun Career Rashifal)  

जो लोग क्रिएटिव फील्ड, डिज़ाइन, राइटिंग या टीचिंग में हैं उनके लिए आज का दिन अच्छा है। लेकिन वाणी में संयम ज़रूरी है खासकर यदि क्लाइंट्स या टीम से बात हो। पुरानी फाइल्स या काम में हुई देरी का असर आज दिख सकता है।

मिथुन आर्थिक राशिफल  (Mithun Finance Rashifal)  

बुध की स्थिति बताती है कि आज आपको पैसों से जुड़ी बातों में स्पष्टता रखनी होगी। कोई छोटी पारिवारिक ज़रूरत या खर्च अचानक सामने आएगा। निवेश के लिए दिन मध्यम है — जल्दबाज़ी से बचें।

मिथुन प्रेम राशिफल (Mithun Love Rashifal)  

आज आप अपने पार्टनर के साथ कुछ खुलकर शेयर करना चाहेंगे। जो लोग सिंगल हैं, वे किसी से बातचीत शुरू कर सकते हैं — लेकिन जल्द कोई निष्कर्ष न निकालें। प्रेम में थोड़ी समझदारी और हल्कापन रखने से रिश्ता मज़बूत होगा।

मिथुन स्वास्थ्य राशिफल (Mithun Health Rashifal) 

मानसिक बेचैनी या नींद की कमी महसूस होने की सम्भावना है। खासकर दोपहर के बाद अनावश्यक चिंता से दूर रहें। पंचम भाव सक्रिय होने से गैस या पेट से जुड़ी परेशानी रह सकती है, हल्का खाना बेहतर रहेगा।

मिथुन राशि उपाय और सुझाव (Mithun Rashi Remedies & Tips)

  • गुरुवार को पीले फल (केला, आम) ब्राह्मण को दान करें।
  • “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” का जाप करें।
  • गुरुजनों से आशीर्वाद लें और अनावश्यक वाद-विवाद से बचें।