धनु राशि (Aaj ka rashifal) : 2 अगस्त 2025
धनु राशि ग्रहों का प्रभाव ( Dhanu Rashi Planetary Overview)
धनु राशि 2 अगस्त 2025 आपकी राशि के स्वामी बृहस्पति हैं, मिथुन राशि में आर्द्रा नक्षत्र के चौथे चरण में आपके सातवें भाव में हैं। यह आपके विवाह, साझेदारी और सार्वजनिक जीवन को सक्रिय करेगा। राहु तीसरे भाव में है, जिससे आपक़े यात्रा ,भाई -बहन के क्षेत्र को देख रहा। चंद्रमा तुला राशि में विशाखा नक्षत्र के तीसरे चरण में आपके ग्यारहवें लाभ भाव को प्रभावित करेगा।

धनु राशि दैनिक राशिफल ( Dhanu Rashi Dainik Rashifal)
आज दिन आपके संबंधों और सामाजिक छवि पर केंद्रित रहेगा। 7वें भाव में बृहस्पति-शुक्र की उपस्थिति आपकी छवि को आकर्षक बना रही है, लेकिन साथ ही साझेदारी में सतर्क रहने की सलाह देती है। किसी पुराने साथी से अनपेक्षित बातचीत या प्रस्ताव आ सकता है। आज जो बोलें, सोच-समझकर बोलें — आपकी बातों का दूरगामी असर होगा।
धनु करियर राशिफल (Dhanu Career Rashifal)
दशम भाव में मंगल की उपस्थिति आज आपके भीतर निर्णय लेने की तीव्रता और प्रतिस्पर्धा (competition) से जूझने की ऊर्जा भर रही है। कार्यस्थल पर जिम्मेदारी मिलेगी, और आप उसे आत्मविश्वास से पूरा भी करेंगे। हालांकि वरिष्ठों से टकराव की आशंका भी रहेगी, अतः संयम और विनम्रता जरूरी है।
धनु आर्थिक राशिफल (Dhanu Finance Rashifal)
साझेदारी से जुड़े सौदे या संयुक्त निवेशों में कोई नया प्रस्ताव सामने आएगा। आज फाइनेंशियल प्लानिंग करते समय लंबे समय के लक्ष्यों और कानूनी पहलुओं को पहले रखें। किसी अचानक आई स्कीम या योजना में फँसने से बचें ।
धनु प्रेम राशिफल (Dhanu Love Rashifal)
7वें भाव में गुरु और शुक्र का साथ प्रेम जीवन को आकर्षक और रोमांटिक बना रहा है। लेकिन किसी पुराने रिश्ते की परछाईं आज के रिश्ते पर असर डाल सकती है। एक ओर जहाँ मिलनसारिता (sociability) बढ़ेगी, वहीं किसी पूर्व साथी से भावनात्मक उलझाव भी संभव है। विवाहित जातकों को संवाद में ईमानदारी रखनी होगी।
धनु स्वास्थ्य राशिफल (Dhanu Health Rashifal)
आठवें भाव में सूर्य-बुध और 10वें भाव में मंगल की सक्रियता से पेट और मानसिक तनाव से जुड़ी शिकायतें उभर सकती हैं। अधिक सोचना, गुस्सा करना या तेज भोजन आपकी सेहत पर असर डालेगा । योग और श्वसन व्यायाम लाभदायक होंगे।
धनु राशि उपाय और सुझाव (Dhanu Rashi Remedies & Tips)
- काली उड़द और तिल का दान करें।
- शनि देव के आगे सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
- सूर्य को जल अर्पित करते हुए “ॐ नमः शिवाय” का जाप करें।