कन्या राशि (Aaj ka rashifal) : 1 अगस्त 2025
कन्या राशि ग्रहों का प्रभाव ( Kanya Rashi Planetary Overview)
कन्या राशि आज 1 अगस्त 2025 चंद्रमा तुला राशि के स्वाति नक्षत्र (चतुर्थ चरण) में है और आपके द्वितीय भाव में है, जिससे आपकी वाणी और आय दोनों पर असर होगा। आपकी अपनी राशि में मंगल है, जो आपको तेज और क्रियाशील बनाता है। साथ ही, सूर्य और वक्री बुध एकादश भाव में, और गुरु-शुक्र दशम में — ये संयोजन करियर और आर्थिक निर्णयों के लिए अनुकूल हैं, लेकिन बोलचाल में संयम जरूरी है।

कन्या राशि दैनिक राशिफल ( Kanya Rashi Dainik Rashifal)
आज आपके शब्दों में तेज़ी और प्रभाव दोनों रहेगा। लेकिन यह भी ध्यान रखें कि जोश में कही गई बात रिश्तों में खटास ला सकती है। आपको आय से संबंधित कोई ख़बर मिलेगी या कोई पुरानी पेमेंट क्लियर होने की सम्भावना है। पारिवारिक माहौल में भी आज आपकी भूमिका निर्णायक रहेगी।
कन्या करियर राशिफल (Kanya Career Rashifal)
आज गुरु और शुक्र का दशम भाव में योग आपके कार्यक्षेत्र में रचनात्मकता और नई संभावनाएं लाने वाला है। विशेष रूप से जो लोग मीडिया, कला, डिजिटल या शिक्षा क्षेत्र में हैं, उनके लिए दिन लाभदायक रहेगा। कोई सहकर्मी आपकी प्रशंसा कर सकता है या कोई जटिल टास्क आपको सौंपा जाएगा।
कन्या आर्थिक राशिफल (Kanya Finance Rashifal)
वित्तीय रूप से दिन मिलाजुला सा है। चंद्रमा द्वितीय भाव में है, जिससे आय में स्थिरता बनी रहेगी। कोई पुरानी स्कीम या निवेश आज फल दे सकता है। लेकिन मंगल की उपस्थिति आपकी राशि में है, जिससे अचानक खर्च की संभावना भी बन रही है विशेष रूप से तकनीकी उपकरण या वाहन से जुड़ा।
कन्या प्रेम राशिफल (Kanya Love Rashifal)
शनि सप्तम भाव से दृष्टि डाल रहा है, जिससे रिश्तों में थोड़ी दूरी या संवाद की कमी महसूस हो सकती है। यदि आप पहले से रिश्ते में हैं, तो आज ज्यादा अपेक्षाएं करने की बजाय समझदारी दिखाएं। सिंगल जातकों के लिए कोई पुराने मित्र से बात आगे बढ़ेगी।
कन्या स्वास्थ्य राशिफल (Kanya Health Rashifal)
मंगल की उपस्थिति से सर दर्द, गुस्सा, या रक्तचाप संबंधी हल्की दिक्कत होगी। पानी अधिक पिएं और मसालेदार भोजन से परहेज़ रखें। योग और गहरी साँस लेने से मानसिक स्थिरता बनी रहेगी।
कन्या राशि उपाय और सुझाव (Kanya Rashi Remedies & Tips)
- श्री लक्ष्मी चालीसा” का पाठ करें।
- किसी कन्या को सफेद वस्त्र या मिठाई दान करें।
- खीर या मिश्री का भोग लगाएं और परिवार में बांटें।