तुला राशि (Aaj ka rashifal) : 8 सितंबर 2025
तुला राशि ग्रहों का प्रभाव (Tula Rashi Planetary Overview)
तुला राशि 8 सितंबर 2025 पंचम भाव में राहु और चन्द्रमा (दोनों पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र) जिससे सुबह रचनात्मकता और सामाजिक आकर्षण बढ़ेगा, दोपहर बाद भावनात्मक उतार-चढ़ाव संभव। सिंह राशि में सूर्य , बुध ( तारा-अस्त) और केतु हैं — जो नेटवर्क, मित्रता और लाभ को मुख्य केन्द्र बनाते हैं तेज़ सामाजिक पहचान मिलेगी पर कुछ ऑफ़र असुरक्षित भी होंगे।

तुला राशि आज का राशिफल (Tula Rashi Aaj Ka Rashifal)
8 सितंबर 2025 का दिन आपकी सामाजिक पहचान और रचनात्मक कार्यों को आगे बढ़ाएगा। सुबह आप किसी विचार, पोस्ट या मीटिंग से अचानक चर्चा में आओगे। यात्राएँ और मीटिंग्स रोमांचक रहेंगी, लेकिन जल्दबाजी में निर्णय लेने से बचें। विदेश या गुप्त प्रोजेक्ट्स पर खर्च अचानक बढ़ सकता है।
तुला करियर राशिफल (Tula Career Rashifal)
दिन आपके करियर और सार्वजनिक पहचान को ऊँचाई देगा। सुबह के समय नेटवर्किंग, प्रस्तुति, मीडिया और रचनात्मक क्षेत्रों से जुड़े लोगों को मान्यता मिलेगी। हालांकि, साझेदारी से जुड़े समझौतों की शर्तों पर ध्यान देना जरूरी है, वरना छिपे हुए नियम भविष्य में परेशानी दे सकते हैं।
तुला आर्थिक राशिफल (Tula Finance Rashifal)
रचनात्मक काम और सोशल मीडिया से आय के प्रबल योग हैं हालांकि, दस्तावेजों, बिलों और रसीदों में गलती होने की संभावना है। अचानक लाभ तो मिलेगा, लेकिन वह आपके हाथ से फिसल भी सकता है इसलिए कोई भी बड़ा वित्तीय निर्णय लेने से पहले, पूरी तरह से समीक्षा और जांच करना बहुत जरूरी है।
तुला प्रेम राशिफल (Tula Love Rashifal)
सुबह आपको रोमांच और आकर्षण महसूस होगा। अचानक किसी नए रिश्ते की शुरुआत या प्रस्ताव मिल सकता है। लेकिन, दोपहर के बाद स्वास्थ्य और तनाव के कारण आपका मूड खराब होगा , जिससे पार्टनर के साथ बेवजह की बहस संभव है।
तुला स्वास्थ्य राशिफल (Tula Health Rashifal)
पुरानी समस्याएँ जैसे पाचन, नींद, जोड़ों का दर्द आपको परेशान कर सकती हैं। कोई छिपी हुई सूजन या तनाव के कारण बेचैनी महसूस करोगे। दिनचर्या को संतुलित रखें और ज़रूरत पड़ने पर आराम करें। काम का बोझ कम करने और हल्का व्यायाम करने से राहत मिलेगी। पानी पर्याप्त मात्रा में पिएँ और समय पर भोजन करें।
तुला राशि उपाय और सुझाव (Tula Rashi Remedies & Tips)
- सुबह भगवान शिव को जल चढ़ाकर “ॐ नमः शिवाय” का जाप करें ।
- कार्य और नेटवर्क लाभ को स्थिर रखने हेतु गौमाता को हरी घास खिलाएँ।
- राहु-केतु प्रभाव कम करने के लिए तिल और गुड़ का दान करें।