वृश्चिक राशि (Aaj ka rashifal) : 2 अगस्त 2025
वृश्चिक राशि ग्रहों का प्रभाव ( Vrishchik Rashi Planetary Overview)
वृश्चिक राशि 2 अगस्त 2025 आज आपकी राशि के स्वामी मंगल कन्या राशि में उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र के द्वितीय चरण में हैं जो मित्रों से लाभ और सामूहिक कार्यों में सफलता का संकेत है। सूर्य-बुध की युति कर्क राशि में भाग्य भाव (9वें ) में चल रही है — जिससे धर्म, विदेश और यात्रा से जुड़ी गतिविधियाँ सक्रिय रहेंगी। वहीं राहु चतुर्थ भाव में है, जो मानसिक असंतुलन और पारिवारिक असहमति का कारण बन सकता है।

वृश्चिक राशि दैनिक राशिफल ( Vrishchik Rashi Dainik Rashifal)
आज दिन की शुरुआत थोड़ी बिखरी हुई मानसिकता से हो सकती है। आपको घरेलू मामलों में उलझन, नींद की कमी या तनाव महसूस होगा। यात्रा की योजना में देरी होगी या वह रद्द हो जाएगी। आज यदि किसी डील या दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर करने का मौका मिले, तो उसे अच्छी तरह पढ़कर ही स्वीकार करें। कोई पुराना दोस्त अप्रत्याशित मदद देगा।
वृश्चिक करियर राशिफल (Vrishchik Career Rashifal)
ग्रहों की चाल के अनुसार, आज नेटवर्किंग और टीमवर्क से अच्छे नतीजे मिलेंगे। मंगल की स्थिति लाभ भाव में है — जिससे ऑफिस में किसी प्रोजेक्ट पर सहकर्मियों से सहयोग मिलेगा। विदेश में कार्यरत जातकों को अतिरिक्त लाभ या कॉन्ट्रैक्ट एक्सटेंशन मिल सकता है।
वृश्चिक आर्थिक राशिफल (Vrishchik Finance Rashifal)
लाभ भाव में मंगल आज आर्थिक दृष्टि से दिन को अनुकूल बना रहे हैं। पुराने निवेश से लाभ मिलने की सम्भावना है। यदि आपने दोस्तों या रिश्तेदारों को उधार दिया था, तो उसमें से कोई राशि वापस आ सकती है। हालांकि घरेलू खर्च थोड़ेबढे नज़र आ रहे हैं।
वृश्चिक प्रेम राशिफल (Vrishchik Love Rashifal)
चंद्रमा के 12वें भाव में होने के कारण आज आपके प्रेम जीवन में दूरी या छिपा हुआ तनाव आ सकता है। कोई बात मन में रहने से साथी की भावनाएँ आहत होंगी। शादीशुदा लोगों को ससुराल पक्ष से कोई हलचल भरा समाचार मिलेगा।
वृश्चिक स्वास्थ्य राशिफल (Vrishchik Health Rashifal)
आज अनिद्रा, नेत्र संबंधी थकावट या माइग्रेन जैसी समस्या उठना संभव है। नींद पूरी न होने के कारण चिड़चिड़ापन महसूस हो सकता है। वाहन चलाते समय या सीढ़ियाँ उतरते वक्त सतर्क रहें चोट की आशंका बनी है।
वृश्चिक राशि उपाय और सुझाव (Vrishchik Rashi Remedies & Tips)
- काले तिल और उड़द की दाल का दान करें।
- पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक जलाएँ।
- हनुमान चालीसा का पाठ करें और शनि मंत्र “ॐ शं शनैश्चराय नमः” का 11 बार जाप करें।